short stories of panchatantra
बहुत ही gjb की कहानी हे इस लड़के की आप पढ़ोगे तो सोच में पड़ जाओगे के ऐसा भी हो सकता ह। क्या लेकिन ये सच हे। के इस तराय भी हो सकता हे।तो चलिए आज हम फिर से एक नई कहानी के साथ आप लोगो के बीच।
विशाल एक बहुत ही मेहनती लड़का हुआ करता था बो रात दिन मेहनत करता और अपने चोट भाई और अपने माता पिता का पेट भरता एक दिन विशाल ने अपने छोटे भाई को गलती से हाथ लगा दिया और उसे कहा के तू काम नहीं करता । short stories of panchatantra emotional short story in hindi ।
लेकिन घर कभी कम कर लिया कर और ये बात विशाल के माता पिता को को पता चली तो बो बहुत किरोधित हुए और विशाल को बहुत बुरा भला कहा । को बात विशाल को आज तक पता नहीं थी बो आज विशाल को पता चल गई।
द्रसल विशाल उनका खास बेटा नही था और ये बात विशाल की में विशाल से कहा तू मेरा कोई नही हे। और तूने मेरे बेटे को हाथ केसे लगाया ये बात सुन के विशाल को बहुत बडा झटका लगा । short stories of panchatantra
और उसने अपने माता पिता से कहा जब में आप लोगो का कोई हूं ही नही तो क्या करेगे आप के साथ रह कर और क्यों खिलाए हम आप लोगो को ये सब बोल के बो घर छोड़ के चला गया।
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और फिर बाद में विशाल के माता पिता को अफसोस हुआ के उन लोगो ने ये क्या कर दिया । लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थीं विशाल बहुत दूर जा चुका था और sayad बो घर लोट के नही आना चहीता था । Hindi kahaniyan। राम और इसके दो भाई कार्टून टॉपिक।
और यहां से विशाल की कहानी एक नया मोड़ लेती हे जो आप सब ने सोचा भी नही होगा। विशाल सब कुछ छोड़ के घर से निकाल आया और एक समान बाली गाड़ी के पीछे चुप गया ।
उसे पता ही नही था के ये गाड़ी आखिर जाति कहा हे। बो सब इस गाड़ी में बैठ गया और कसी मिल दूर चलने पर उसे नीद आ गई और बो सो गया । और जब उस की नीद खुली तो उस ने खुद को कचड़े के ढेर में पाया । short stories of panchatantra
और उसे वापस जाने का रास्ता भी पता नही था दरसल होता ये था के शहर में कचड़ा भर के ट्रैक हार हफ्ते जंगल में फेकने आता था और विशाल us ट्रैक के पीछे ही बैठ गया था । रंजनी की चटपटी सास। Hindi kahaniya cartoon story in Hindi।
और अब ट्रैक अगले हफ्ते ही आने बाला था । विशाल ने दो दिन उस जंगल में कटे लेकिन उसे पता ही नही था के ट्रैक अब कब लोटेगा और बो प्यास से बहुत बुरी हालत में था । उसे लगा के जंगल के उस पार पानी होगा या जंगल में ही कही पानी मिल जाए।
ये सोच के विशाल जंगल में घुस गया । और चलते चलते बो जंगल में बहुत अंदर आ पहुंचा ।विशाल को जंगल में पानी मिल गया और विशाल ने अपनी प्यास बुझाई और अपने माता पिता के बारे में सोचने लगा विशाल बो बाते सोच सोच के बहुत रोया। short stories of panchatantra
Short stories of panchatantra with moral
और उस ने सोच लिया के जब मेरा कोई है ही नही तो में क्यों जाऊ वापस में यही अपना जीवन गुजरुगा। और विशाल पानी पीके एक पेड़ पे चाड गया उसने देखा के कई जानवर भाग रहे हे।
और पीछे देखा तो एक शेर आ रहा था शेर ने एक जंगली भेस का शिकार किया और उसे खाने लगा और जब शेर पूरी तरीके से आफर गया तो बो बहा से चला गया ।और विशाल ने मोका देखा और भेस के मास को एक अच्छी जगाए चोपा लिया ।
ताकि उस के खाने का काम हो जाए और विशाल ने अपने खाने का जुगाड किया और जैसे तैसे उस ने पत्थरों से आग लगाई और भेस के मास को भुजा और उसे खाया और रात होने पार बो फिर से पेड़ पे चला आया। short stories of panchatantra
विशाल ने देखा के उसके पास एक ऐसा पेड़ हे जिस पे बो अपने रहने का अस्याना बना सकता है और विशाल को समझ आ गया विशाल ने धीरे धीरे कर के बहुत सारी लकड़ी और मजबूत कच्ची बेलो को देखा और बारी बारी से सारी लकड़ियां पेड़ से बाद दी और ऊपर से अच्छी घास से अपने घर को ढक लिया।
और अब एक दम अच्छे से उस के रहने की बिबस्ता बन गई विशाल रोज कोई न कोई जानवर को उठा लता और अपना भोजन बनाता विशाल जंगल में रहते बहा के सारे कानून समझ गया ।
Short stories of panchatantra with moral in english
एक तारय माना जाए तो विशाल को जानवरो की आदत और उनके रेहान सेहन सब के बारे में बखूबी एहसास होने लगा यहां तक विशाल जंगल के जानवरो की भाषा भी समझे लगा । और अब बो जंगल में खुद को बहुत महफूज रखने लगा । short stories of panchatantra
उसे किसी बात की चिंता नहीं थी बो बहुत खुशी से अपना जीवन जी रहा था । उसे ये एहसास तक नही था के बो कही और का हे और जंगल में नही रह पाएगा । बो खुद को जंगल के हिसाब से ढाल लिया। और बहुत अच्छे तरीके से रहने लगा।
हालाकि कुछ दिनों के बाद विशाल को पता चल गया के कचड़े का ट्रैक हार हफ्ते आता है। और बो चाहता तो वापस शहर जा सकता था लेकिन उस ने जाना ही नही चाहा और बही रहना ठीक समझा।
और आज विशाल खुशी खुशी जंगल में जानवरो के साथ बहुत आराम से अपनी बाकी की जिंदगी जी रहा था । दोस्तो आप क्या सोचते हे इस कहानी के बारे में या आप किस नजरिए से देखना चाहते हे इस कहानी को हमे कॉमेंट में अपनी राय जरूर दे ।
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