Lovekingz.com

short horror story, भूतों की टोली सच में थी।

क्या सच में short horror story, भूतों की टोली सच में थी। तो अगर ये होती हे तो किसी होती हे और आप ने कहा देख हे अगर देखा हे तो आप बताए के आप ने कहा देख हे दोस्तो चलो आज हम इस बात के बारे में जानेंगे और फिर इस कहानी के पोस्ट में देखेंगे।

एक लड़का था जिस का नाम भरोशी हुआ करता था और उसे भूतों पर बिश्बास नहीं था अगर कहा जय तो भरोशी भूत प्रीत जैसी चीजें मानता ही नहीं था भरोशी को ये लगता था के मानो बहुत प्रीत होता ही नहीं हे।

best post,

horror story in hindi 2025sad school love story in hindi,Hindi kahani 2025, राजकुमार का फैसला हिंदी कहानी।horror story in hindi, रहस्यमय बाबडी भूतों का बसेरा।real horror story in hindi, रोहित का श्मशान का रास्ता।

और एक दिन भरोशी अपने गांव से दूर जा रहा था और उसे रस्ते में समय हो जाता हे इस लिए बो उस गांव के बाहर बने बस स्टैंड पर रुक जाता हे और थोड़ी सी देर में रात्रि हो जाती हे तो भरोशी बही पे रुक जाता हे और सो जाता है सुबह होते ही भरोशी बहा से निकलता हे।

short horror story, भूतों की टोली सच में थी। भरोशी का बहन का घर दूर था।

भरोशी अपने बहन के यह जा रहा था पर उस के बहन के गांव जाने बालक बस निकल गई थी और अब बो सुबह ही आएगी इस लिए भरोशी सुबह बलि बस का इंतजार कर रहा था।

और कुछ ही समय में बस  आ जाती हे और भरोशी उस बस में बैठ कर अपने बहन के गांव झोलपुर निकल जाता हे और करीब 5 घंटे के बाद भरोशी उस गांव में पहुंच जाता हे ।

image_search_1744908582111 short horror story, भूतों की टोली सच में थी।

और जैसे ही भरोशी झोलपुर में उतरता है तो फिर हो अपने बहन के लिए कुछ समान खरीदता हे और फिर लेके जाने लगा और कुछ ही समय में भरोशी बहन के घर  पहुंच गया तो भरोशी की बहन ने जब भरोशी को देखा तो बो बहुत खुश हो गई।

और अपने भाई के गले लग गई और फिर भरोशी ने अपने बहन के पैरों को छुआ और फिर भरोशी ने खाना खाया और गांव के निकल गया कुछ देर तक लोगों की बाते सुनी भरोशी ने  तो भरोशी बसने लगा और बोला आप लोगों का बहम हे ऐसा कुछ नहीं होता बो भूत नहीं इंसान होगे।

ओर तभी गांव का एक इंसान बोला बेटा बो इंसान नहीं सच में भूत थे क्योंकि इंसान की परछाई होती हे भूतों की नहीं मैने उन को सामने से तो नहीं देखा पर है इतना कह सकता हु अगर किसी भी गांव के लोगों को बो 5 भूत दिखाई दे तो उनके पास नहीं जाना ओर नहीं उन को रोकने की कोशिश करने ।

short horror story, भूतों की टोली सच में थी। भरोशी को छत पे लेटने से मन क्यों किया।

अगर किसी ने ऐसा क्या तो उनके जान पर भी मुसीबत आ सकती हे। ओर तभी भरोशी का दिमाक खराब होने लगा भरोशी अपने बहन के घर आ गया ओर फिर भरोशी ने अपने बहन से कहा के गांव में ये सब लोग क्या बाते कर रहे हे।

तो फिर भरोशी के बहन ने कहा भाई सच बात हे गांव में भूत प्रीत का साया हे ओर सारे गांव वाले मिल के भूतों को भागने की कोशिश कर रहे हे और फिर कुछ समय के बाद शाम हो जाती है। तो भरोशी खाना खाया और छत पर सोने के लिए जाने लगा ।

और तभी हन ने कहा भाई छत पर मत जाओ नीचे ही सो जाओ हमारे गांव में कोई भी छत पे नहीं सो रहा है सब डर रहे हे भूत से आप भी नीचे लेट जाओ तो इस 🛍️ पर भरोशी बोला बहन तुम तो जानती हो हम ये सब बाते को नहीं मानता हु ।

और फिर भरोशी छत पे चला गया और सोने के लिए अपने बिस्तर लगा लिए और काफी समय तक भरोशी फोन को चलता रहा और जब भरोशी की नजर समय पर गई तो उस ने देखा के रात्रि के 12 बाज गए हे।

और फिर भरोशी ने फोन को रख दिया  और सोने लगा और जोर कुछ देर तक भरोशी नीचे देख रहा था और अचानक भरोशी की नजर नीचे गई तो उस ने देखा के 5 लोग सामने बने श्मशान से आ रहे हे और गांव में घुस गए।

short horror story, भूतों की टोली सच में थी। भूत कहा से आते थे।

और कुछ ही देर में बो भरोशी के घर के करीब आ गए और जब भरोशी की नजर उनके परछाई पर पारी तो सच में कोई परछाई नहीं थी और ये देख बारिश के रोंगटे खड़े हो गए और फिर भरोशी खड़े हो कर उनको देखने लगा।

और फिर बो अचानक रस्ते में रुक वेबर भरोशी ने उन के ऊपर एक प्थर फेंका तो वो बही संत खड़े रह गए। और फिर भरोशी उन के पास जानें लगा भरोशी ने कई बार उन से बोल कौन हो तुम पर किसी ने नहीं सुना ।

और जब भरोशी उन के पास जाके आगे खड़ा हो गया जब भरोशी ने उन के चेहरे देखे तो भरोशी की चीख निकल गई और बो बही बेहोश हो गया। और फिर बो 5 भूत बिना भरोशी को टच किए बहा से चलें गए।

और जब सुबह हुए तो गांव वाले भरोशी को घेरे हुए खड़े थे और जैसे ही भरोशी होस में आया तो सब लोग भरोशी से सबल जनाब करने लगे और बोले क्या हुआ था तुम रोड पे क्यों पड़े थे और सब से पहले भरोशी ने खुद को देख के बो जिंदा हे के नहीं।

और उस के बाद फिर भरोशी ने  गांव वाले से कहा के आप लोग जो बोल रहे थे बो सच हे गांव में 5 भूत है रहे हे ओर आज रात्रि में 12 बजे हम ने भी उन को देख था।

short horror story, भूतों की टोली सच में थी।

और जब में उन के सामने आया तो में बेहोश ही हो गया उन को देख कर। बो दिखने में बहुत भयानक हे और बो भूत के सिर सिर ही हे बाकी कुछ नहीं हे और उनके चेहरे इतने भयंकर हे के में देख कर बेहोश हो गया था।

और एक पल के लिए मुझे लगा के उन को देख कर मेरी जान निकल गई और में बेहोश हो गया  बो भूत अपने रस्ते जा रहे थे और हम ने उन को रोक लिया था और अब में यहां से जा रहा हु लेकिन ऐसी गलती आप लोग न करे ।

और हम आप को बताए बो 5 भूत रोड के उस पार बने श्मशान से आते हे और सुबह होने से पहल बहा पे पहुंच जाते हे ओर शाम होने से पहल आप उस शमशान में उन की बंदिश करवा दे ताकि बो श्मशान से बाहर न आ सके ।

नहीं तो अब गांव में किसी न किसी के जान पर खतरा बना ही रहेगा और हम तो आज सोने बहन को लेके चले जायेगे लेकिन आप सब अपने परिवार का सोचो और उन 5 भूतों को बाधाओं ओर कैद कर दो शमशान में ही।

और ये बात गांव बालों समझ आ गई और फिर सारे गांव भले मिल कर तांत्रिक को ले कर  आए और पूजा पट कराया और सब को श्मशान में बंद करवा दिया।

और बही भरोशी अपने बहन को लेके अपने घर वापस आने लगा दोस्तो ये थी एक छोटी सी कहानी अगर आप को पसंद आय तो शेयर करे और वेबसाइट को फॉलो करें

short horror story, भूतों की टोली सच में थी। Short horror story in Hindi, short horror story 2025, short horror stories in Hindi, short Stories horror, short stories in Hindi, horror stories, horror story in english, horror story, bhuto ki kahaniya,

Exit mobile version