WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

baike moral hindi story,

baike moral hindi story, ये कहानी कुछ ऐसी कहानियों में से एक हे जो जादुई दुनिया को दर्शाती हे अगर आप ऐसी कहानी पढ़ना पसंद करते हे तो फिर आप इस कहानी को एक बार जरुर पढ़े।

मोहित अपने गांव से दूर एक पहाड़ी इलाके में रहता था मोहित के माता पिता नहीं थे मोहित अपने मोशी के घर पे रहता था लेकिन मोहित कोई काम नहीं करता था। इस लिए कुछ समय के बाद मोहित के मोशी ने भी मोहित को घर से निकाल दिया और कहा जाओ जहां जाना हो।

Top पोस्ट लिस्ट।

hindi story, प्यार की निशानी।hindi story: दो भाई की कहानी।Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी।hindi story, एक अनोखा गांव का कुआं हिन्दी स्टोरी।hindi story, राजगढ़ का रहस्य हिन्दी स्टोरी।

मोहित बहुत उदास हो गया और सोच में पड़ गया के अब बो क्या करे क्योंकि मोहित के माता पिता के जाने के बाद मोहित की मोशी ने मोहित का घर बेच दिया और जो कुछ था सब बेच कर गांव बालों से बोल दिया।

baike moral hindi story,

के अब से मोहित की सारी जिम्मेदारी हम उठाएंगे इस लिए हम यहां का सब कुछ बैच कर मोहित को अपने साथ लेके जा रहे हे ओर कुछ ही महीने के बाद मोहित को मोहित की मोशी ने घर से निकाल दिया और ये सोच सोच कर मोहित बहुत रोया।

लेकिन अब मोहित के पास कोई ओर चारा नहीं था इस लिए मोहित ने अपने गांव से दूर पहाड़ी इलाके में जाके अपना एक आसियान बनाया और बही पर रहने लगा अब तो मजबूरी में मोहित को काम करना पड़ेगा क्योंकि अब मोहित के पास खाने पीने तक के लिए कुछ नहीं था।

मोहित सोच रहा था के बो क्या काम करे जिसे उसे खाने पीने के लिए पैसे मिलने लगे मोहित के पिता पत्थर का काम किया करते थे इस लिए थोड़ा बहुत मोहित ने भी सिखा था लेकिन मोहित को खुद पर विश्वास नहीं था के बो ये काम कर सकता हे।

लेकिन अब मोहित के पास इस के अलावा और कोई रास्ता नहीं था इस लिए मोहित अपने गांव गया और अपने घर पे गया और जब मोहित अपने ही घर में गया तो जिस ने मोहित का घर खरीदा था तो उस ने मोहित को रोका और कहा देखो बेटा में जनता हु के तुम्हारे घर था।

baike moral hindi story,

लेकिन अब ये मेरा हे तो इस बात पर मोहित ने कहा देखिए चाचा जी हम आप के घर में रहने नहीं से हे हमे तो बस हमारे पिता के काम करने वाले समान को लेने आए हे जो सामने वाले कमरे में रखा है।

बो इंसान सच था इस लिए उस ने मोहित को बो सारा सामान दे दिया और फिर मोहित उस सामना को लेके चला गया ओर फिर मोहित उस इंसान के पास गया जिस के लिए मोहित के पिता काम करते थे।

और जब उस इंसान ने मोहित को देखा तो उस ने मोहित से कहा बेटा में जनता हु के तुम्हारे माता पिता नहीं रहे मुझे बहुत दुख हे लेकिन अब तुम यह क्यों से हो तभी मोहित ने कहा अंकल जी क्या हम आप के लिए काम कर सकते हे।

तभी अंकल ने कहा बेटा ये काम तुम नहीं कर सकते हो ये बच्चो का काम नहीं हे इस काम में बहुत मेहनत लगती हे और  इस पत्थर से मूर्तियां बनती हे ओर अगर इस में जरा सी चूक हुए तो पूरा पत्थर खराब हो जाता है।

इस लिए हम तुम को ये काम करने की अनुमति नहीं देगे इस से अच्छा हे तुम और कोह काम देख लो मोहित ने अंकल से कुछ नहीं बोला और अंकल को देखते रहा और फिर बिना कुछ बोले बहा से चला गया।

baike moral hindi story,

और अब मोहित ने सोच लिया के अब उसे अपने काम को निखारा होगा लोग सबूत मांगते हे और फिर मोहित अपने पहाड़ी वाले उस झोपडी में पहुंच गया और बही पर मोहित ने एक बड़ा सा पत्थर उठाया और उसे कटना शुरू कर दिया और धीरे धीरे मोहित  ने उस पत्थर को एक मूर्ति का आकर दिया और काम इतने सफाई से किया।

के कोई देखता ही रह जाय लेकिन इस से पहले मोहित ओर कोई काम करत के मोहित ने पानी पिया और थक के सो गया और कुछ घंटे के बाद जब सुबह हुए तो मोहित अब उस मूर्ति को एक इंसान में बदलने लगा और मोहित ने पूरे 8 घंटे में मूर्ति को एक इंसान का रूप दे दिया ।

और ये देख मोहित बहुत खुश हो गया और फिर मोहित उस पत्थर की मूर्ति को एक कपड़े में लिपट कर उस नकल के पास ले गया ओर बहा पहुंच कर अंकल से कहा देखिए अंकल जी हम ने इस मूर्ति को बनाया हे अगर आप को पसंद आए तो आप इसे खरीद सकते हे।

और जब मोहित ने उस मूर्ति को खोला तो बो अंकल देखता ही रह गया और फिर बोला यदि मूर्ति तो हमारे अच्छे अच्छे मिस्त्री नहीं बना पाए तुमने इस को मामूली पत्थर से कैसे बना दिया ।

और तभी मोहित ने अंकल से कहा में आप से इस मूर्ति को बेचने के लिए आया हु अब आप हमे ये बताए के आप इसे खरीद लेगे के नहीं। अंकल ने देखा के ये मूर्ति तो बहुत सुंदर हे और उस मूर्ति में और कोई नहीं बल्कि अंकल का चेहरा था।

baike moral hindi story,

इस लिए अंकल ने उस मूर्ति को पूरे 20 हजार रुपया में खरीद लिया और फिर अंकल ने मोहित से कहा तुम मेरे पास काम करो में तुम को 30 हजार रुपया दुगा महीने का ये सुन मोहित ने अंकल का कोई जवाब नहीं और बहा से चला आया और सबसे पहले मोहित ने अपने खाने बीने का राशन पानी लिया और फिर अपने झोपड़ी के तरफ निकल लिया।

और जब मोहित पत्थरों के इलाके में पहुंच गया तो अचानक मोहित का पैर फिसल गया और मोहित बही गिर गया ओर फिर मोहित ने अपना सारा सामान उठाया और पीछे देखा के उसका पैर कैसे फिसला गया। 

और जब मोहित ने पीछे देखा तो एक लाल कलर का पत्थर था जिस पे मोहित ने पैर रखा तो फिसल गया ओर बो पत्थर मोहित को बहुत अच्छा लगा और इस लिए मोहित ने उस पत्थर को उठाया और अपने झोपड़ी के तरफ ले गया।

और कुछ ही देर में मोहित अपने झोपड़ी पर पहुंच गया और फिर मोहित ने सारा सामान नीचे उतरा और खाना बनाए कि जुगाड करके खाना बनाया ओर भर पेट खाया ओर अब मोहित ने सोच लिया के बो इन पहाड़ों से पत्थर निकाल कर मूर्ति बनाएगा और उन को अच्छे पैसे में बेचेगा।

और अब मोहित ने खाना खाया और आराम करने लगा और कुछ समय तक आराम करने के बाद मोहित ने उस लाल पत्थर को देखा तो उस का आकर कुछ मोटर बाइक के तरह लग रहा था इस लिए मोहित ने सोचा के किया न इस पत्थर से एक अच्छी बाइक बनाए और उसे एक अच्छे बाइक एजेंसी पर बैच देगे।

baike moral hindi story,

ओर फिर क्या मोहित अपने काम से लग गया ओर कड़ी मेहनत कर के मोहित ने शाम तक में ही बाइक बनाई नूर फिर शाम हो गई तो मोहित खाना खाया और सो गया।

और जब मोहित की सुबह नीद खुली तो मोहित ने देखा के उसके सामने एक न्यू बाइक खड़ी हे जिस का कलर लाल हे लेकिन उसे देख मोहित बहुत हैरान हो गया के ऐसे कैसे हो सकता हे उसने तो यहां पर पत्थर की बाइक को खड़ा किया था लेकिन ये तो असली में बाइक हे।

और जब मोहित ने उसे चलाया तो बो असली की बाइक बन गई और फिर मोहित को कुछ समझ नहीं आया इस लिए मोहित ने उस बाइक को बाजार में लेके गया और पूरा बाजार घुमा और फिर भी उस बाइक में तेल खत्म नहीं हुआ ।।

और अब मोहित समझ गया के हो न हो ये जादुई बाइक हे या फिर बो पत्थर जादुई था और इस तरह मोहित को एक जादुई बाइक मिल गई और अब हर दिन मोहित एक अच्छी मूर्ति बनाता ओर उसे अपने जादुई बाइक पे रख कर लेके आज और मार्केट में बैच देता ।

और इस तरह मोहित अपना जीवन जीने लगा दोस्तो आप सब को ये जादुई कहानी कैसी लगी अगर पसंद आए तो शेयर जरूर करे। 

baike moral hindi story, Hindi moral story, jadui baike, hindi story, jadui story, jaadui kahaniya, jaadui story, new hindi story, jaadui story 2025, jaadui kahani 2025, baike moral hindi stories, baike moral hindi story 2025,

Post Comment

You May Have Missed