WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी।

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी। अगर आप ने इस कहानी को एक बार पढ़ लिया तो आप कभी भूल नहीं  पाएंगे कहानी लास्ट तक पढ़े।

दोस्तो कहानी शुरू होती हे करीब 1665 में जब दो लड़के घूमने के लिए अपने पड़ोसी शहर से दूर एक जंगल से हरे भरे इलाके में जाने लगते हे आप सब की जानकारी के लिए बताए के तब लोग इतने  स्वाभिमानी और समझदार नहीं हुए थे।

hindi story, एक अनोखा गांव का कुआं हिन्दी स्टोरी।hindi story, राजगढ़ का रहस्य हिन्दी स्टोरी।Moral stories hindi। जादूई मटका हिंदी कहानी।Short stories hindi। दुनिया की सबसे अच्छी कहनी।राम आयेगे जरूर। Cartoon story in Hindi। राम भक्त कार्टून स्टोरी इन हिंदी।

लोगों के पास इतना सब कुछ सुख शुभदा नहीं  हुआ करती थी और इस लिए लोग पैदल यात्रा करते थे और बो समय इतना अच्छा समय था के लोगो के पास जायदा काम नहीं हुआ करता था।

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी।

ओर इंसान भी बस खाने पीने के लिए कमाते खाते थे और उस समय में एक लड़का था 

एक दिन श्याम ने राम से कहा भाई चलो कही को घूमने चलते हे और खूब मजे करेंगे हम तो घर पे रहते रहते थक गए हे तो राम ने कहा ठीक हे पर हमे खाने पीने का इंतजाम तो करने होगा जाने से पहले।

और तभी श्याम ने कहा भाई मेरे पास खूब सारे चने पड़े हे हम सत्तू बना लेगे और राम ने काह तो ठीक हे फिर हम पीने योग पानी की भरपूर सामग्री लेलेगे ताकि हमे रस्ते अगर भोजन पानी नहीं भी मिला तो हम अपना भोजन तो खा पाएंगे।

और दो से तीन दिन में अन्दर ही राम श्याम दिनों घूमने के लिए निकल जाते हे और करीब 3 घंटे चलने के बाद श्याम ने राम से काह भाई में थक गया हु थोड़ा आराम कर लेता हु फिर चलते हे ।

और फिर दोनो ने कुछ समय आराम किया और बह से जंगल के तरफ निकल गए और फिर राम ने श्याम से कहा भाई अब हम जंगल के तरफ जा रहे हे इस लिए हमे अपने पैरों की सुरक्षा के लिए हम को अपने पैरों में कपड़े को बाद लेना चाहिए।

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी।

ताकि जंगल में चलते चलते हमारे पैरों में कटे न चुभ जाए और इस से हमारे पैरों में रेत से आराम रहेगा। ओर फिर दिनों भाई ने मिल कर अपने पैरों कपड़े की पट्टी बांध ली और जब सबकुछ सही हो गया तो दिनों भाई फिर से जंगल के तरफ जाने लगे।

रस्ते में रामश्याम को बहुत ही घना जंगल मिल गया और ये सब देख राम तो बहुत खुश था के बो इतने खूबसूरत जंगल में आया हे और तभी श्याम ने राम से कहा भाई जंगल बहुत घना हे और अब हमे अपने सुरक्षा के लिए कुछ औजार बनाने होगे।

अगर हमे जंगल में कोई जंगली जानवर मिल गया तो हम उस को भगा सके अन्था बो हमे खा जायेंगे और फिर दिनों भाई मिल कर अपने लिए तीर कमान बनने लगे जिस से बो जानवरों से बच सके ।

और कुछ समय के बाद दोनो भाई ने अपने लिए तीर कमान बनाए और कुछ दूर छलने पर राम को एक पीपल के पेड़ में मधु मक्खी का छत्ता लगा दिखाई दिया जिस में राम को बहुत सारी शहद का अनुभव हो रहा था।

इसलिए राम ने श्याम से कहा तू आग जलने का प्रबंध कर और जैसे ही में ऊपर पहुंच जाऊ तो तू एक तीर मर देना ओर जब मधुमक्खी भाग जाएगी तो में छत्ता निकाल लगा इस से हमे रस्ते में बहुत मदद मिल सकती है।

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी।

और कुछ ही समय में श्याम ने तीर चलाया जिस से मक्खी भाग गई और राम ने शहद को तोड़ लिया और जब श्याम पेड़ से नीचे उतरने लगा तो उसने देखा की जंगल के उस पर एक बहुत ही अच्छी और सुंदर नगरी हे जिस में बोलिंग जायेंगे।

और फिर नीचे आ कर श्याम ने राम से कहा भाई मैने जंगल के उस पर एक बहुत ही सुन्दर नगरी देखी हे जो बहुत बड़ी दिखाई दे रही थी यार हम उस नगरी में जरूर चलेंगे बहा कर बहुत अच्छे लड़के और लड़कियों दिखाई दे रही थी ।

उस नगरी की लड़कियां बहुत ही सुन्दर सुंदर बस्तर पहने हुए घूम रही थी इस से पहले हम ने इतनी सुन्दर नगरी नहीं देखी थी हम लोग जल्दी से उस नगरी के तरफ चलते हेबर फिर दोनो भाई जंगल के बाहर जाने लगे ।

बहुत समय चलते चलते हो गया और श्याम और राम जंगल के बाहर पहुंचने ही वाले थे लेकिन आगे रास्ता कटा हुआ था और सामने दोनों के 3 रस्ते थे अब दोनो को समझ नहीं आ रहा था के बो किस रस्ते पर जाय।

चारों तरफ घना जंगल था और बहुत बड़े बड़े विशाल पद थे और शाम होने को आई तो दोनों ने फैसला किया के बो यही पर सोएंगे और फिर सुबह होने के बाद उस नगरी के तरफ बढ़ने का की रास्ता देखेंगे।

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी।

राम ओर श्याम दिनों ने अपने साथ लाए हुए चादर को नीचे बिछाया और अपने झोले से सत्तू बाहर निकल के बर्तन में डाला और दोनो खाने लगे और तभी श्याम ने पानी की केतली से पानी निकला और दिनों मजे से सत्तू खाए।

और कुछ समय के बाद दोनो अपने आस पास सामना को रख कर चेन से सो गए और जब सुबह हुए तो दोनों ने देखा के उनके आस पास जो जंगल था बो तो गायब हो गया ओर जो तीन रस्ते थे बो भी नहीं दिखाई दे रहे है।

और ये सब देख कर राम में श्याम से कहा भाई मुझे कुछ सही नहीं लग रहा हे हम लोग उल्टा लोट कर चलते हे ओर कही से घूम आयेगे यह नहीं जायेगे।

और तभी श्याम ने राम से कहा देखो हम लोग जंगल के बाहर तो आ ही गए अब एक काम करो तुम इस पेड़ पर सबसे ऊपर चढ़ो और देखो क्या बो नगरी दिखाई दे रही हे।

अगर बो नगरी दिखाई दे तो फिर चलो हम दोनों चलते हे अगर नहीं दिखे तो फिर हम लोट चलेंगे और फिर राम पेड़ पर चढ़ गया और बहुत ऊपर पहुंच तो राम ने देखा के बहुत ही अदभुद नगरी हे ।

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी।

और उस नगरी में राम को बहुत ही खूबसूरत इंसान दिखाई दे रहे थे रंग बिरंगे कपड़े पहने नजर में घूम रहे थे और ये सब राम को बहुत साफ दिखाई दे रहा था। और फिर राम बहुत जल्दी नीचे उतरा और श्याम से बोला भाई ठीक हमारे सामने हे नगरी चलो जल्दी चलते हे।

दोनों ने अपने समान को उठाया और चल दिए कुछ ही समय में बो उस जगाए पर पहुंच गए जहां पर बो नगरी थी लेकिन फिर भी दिनांकों कही दूर दूर तक बो नगरी नहीं दिखाई दी राम श्याम दिनों बहुत ही परेशान हो गई के नगरी कहा पर गायब हो गई।

और फिर श्याम फिर से पेड़ पे चढ़ गया पर अब उसे कही भी नहीं दिखाई दिया बो नगरी तो फिर श्याम नीचे उतर आया और इस से पहल बो कुछ कर पाते उन के पैरों में कुछ चुभने लगा तो जैसे ही राम ने नीचे देखा तो पता चला के कुछ इंसान हे जो राम के पैरों में भला से प्रहार कर रहे हे।

लेकिन बो इंसान इतने छोटे थे के दिखाई भी नहीं दे रहे थे और तभी राम ओर श्याम बहुत हैरान हो गए और बहुत ही आराम से नीचे बैठ गए और उन से एक इंसान को अपने हटो में उठा लिया और फिर उसे बोले हम आप सब को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे हम तो आप के नगरी में घूमने आए थे।

पर आप की नगरी तो हमे दिखाई ही नहीं दी और तभी बो छोटा इंसान ने राम की बात समझ गया और फिर उस ने अपने सकती से सब को बड़ा कर दिया और नगरी को भी बड़ा कर लिया।

और फिर सब इंसान बड़े हो गए और फिर उन नगरी के लोगों ने राम से कहा हमे लगा के तुम हमे नुकसान पहुंचाने आय होनी लिए हम ने सब कुछ छोटा कर दिया था हमारे पास शक्ति भी हम कुछ भी कर सकते हे।

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी।

अब तुम बताओ हमारे नगरी में क्यों आय हो तभी श्याम ने कहा हमे आपकी नगरी बहुत पसंद आई हे और हम इसलिए आप की नगरी में घूमने आए हे क्या आप हमे अपने नगरी में घूमने की इजाजत दे सकते हे।

और तभी नगरी के राजा ने कहा ठीक हे हम तुम को 2 पहरा की इजाजत देता हु इनके बाद तुम हमारी नगरी छोड़ के चले जाना समझे राम ओर श्याम ने बात मन ली और दोनो अब घूमने लगे और अच्छे अच्छे लड़कियों के साथ घूमने लगे कर मस्ती करने लगे।

दोस्तो अगर आप को इस कहानी में मजा आ रहा हो तो फिर आप हमे कॉमेंट जरूर करे हम आप को इस कहानी का दूसरा पार्ट जरूर लिखूंगा क्योंकि हम आप के लिए ऐसा ही कहानी लेके आता रहता हु।

Hindi story, अदृश्य जगह पर पहुंचना हिन्दी स्टोरी। Hindi kahaniya, hindi story, hindi jaadui story, Viral hindi story, short Hindi story, tirending Hindi story, romantic Hindi story, Hindi love story, Hindi horror story, new 2025 Hindi story, 

Leave a comment