दोस्तो कहते हे के अगर शीधत से किसी चीज को चाहो तो बो आप को जरूर मिलती हे। और हम भी इस बात को मानते हे क्या आप भी जानते हे के ये बात सच हे के नही ।
एक गरीब इंसान था जो रोज काम करने के लिए अपने गांव से दूर एक आरा मसीन पे काम करने जाता था और रोज आते समय बो एक छोटी सी नदी को किरोस कर के आता था एक दिन की बात हे बो गरीब मोहन रोज के तरहां काम कर के लोट रहा होता हे। राम आयेगे जरूर। Cartoon story in Hindi। राम भक्त कार्टून स्टोरी इन हिंदी।
के अचानक उस को नदी में एक मछली का झुंड दिखाई देता जो भूख के मारे यहां बहा भाग रहा थे और उस झुंड में और कोई नही बल्कि एक मछली और उसके सेकडो बचे जो भूख के मारे भागे भागे फिर रहे थे। Hindi kahaniyan। राहुल की भक्ति और उसका भरोसा।
और ये सब देख मोहन को उन पे दया आती हे और बो अपने खाने में से बचे रोटी के टुकड़े को बारीक से तोड़ के उन मछली को खिलाता हे और बची हुई सारी रोटी बो उन मछली को खिला देता हे।
गरीब की कहानी भगवान कृष्ण की कहनी।
और अब मोहन हर दिन आता और खुद भूखा रह कर भी बो उन मचलियो को खाना खिलाता। और धीरे धीरे समय निकलता गया और एक दिन मोहन की तबियत खराब हो गई और मोहन काम पर नही आ पाया लेकिन मोहन के दिल में उन मछलियों का खयाल चल रहा था।
और फिर मोहन अपने घर में बची दो रोटी लेके उस नदी के पुल पे पहुंचता हे । और उन मछलियों को देखने लगा तो बसतब में बो मचलिया पुल के नीचे मोहन का इंतजार कर रही थी।
और ये देख कर मोहन के आखों में आंसू आ गाय और फिर मोहन ने सब को खाना खिलाया और फिर बहा से लोट आया । मोहन और उसकी बीबी मनीषा दोनो घर में रहते थे दोनो के हालात बहुत खराब थे घर में खाने के लिए कुछ भी नही बचा था।
और यहां मोहन की तबियत भी खराब थी बो काम पे नही जा रहा था और अब मोहन बहुत उदास था क्योंकि बो भूखा रह सकता था लेकिन बो मछलियां तो आज भी मोहन का इंतजार कर रही होगी।
मोहन की भूखी मछलियां ।
और मोहन भगवान से हाथ जोड़ के पीरथना करने लगा और बोला हे कृष्ण भगवान आप ही सहार हो हमारा परिवार भूखा हे कुछ करो ताकि हम उन सब का पेट भर सके और ये दिल को पुकार कृष्ण भगवान तक पहुंच गई।
और भगवान कृष्ण अपनी राधा से बोले हे देवी ये इंसान दिल से बहुत गरीब हे लेकिन दिल से बहुत अमीर हे और ये खुद भूखा ही फिर भी अपने परिवार की फिकर और उन मछलियों की फिकर हे इसे अपनी कोई चिंता नहीं ।
हे देवी आप की इस की मादत करनी चाहिए।और फिर राधा जी कृष्ण भगवान से बोली ही पिरभू हम क्या कर सकते हे।आप ही कुछ करो और फिर कृष्ण भगवान ने राधा जी से कहा के आप धरती पे एक गरीब भीकारिन के भेस में जाओ।
और मोहन की मादत कर के आप और अब इस के दुख भरे दिन खत्म होने की आय और अब उसके सुख भोगने के दिन आ गाय हे आप जाओ आप से जितना धन ले जाया जा सके उतना ले जाओ और उसका घर धन से भर दो।
भगवान कृष्ण की किरपा हुए मोहन पे।
और ये आप की जिमेदारी हे के आप उसे धन किस प्रकार देना चाहती है और इतना बोलते ही राधा जी धरती पे आ गई और मोहन से मिली और मोहन से बोली बेटा मुझे कुछ खिला दो में कई दिन से भूखी हु और ये सुन के मोहन सोच में पड़ गया ।
और बोला हे दादी हमारे पास कुछ भी नही हे क्या खिलाऊ आप को और फिर मोहन अंदर गया और अपने बीबी से बोला कुछ खाने को दो और फिर दोनो को कुछ नही मिलता और कुछ चावल पड़े थे और मोहन उन को अपने झोली में लेके आया ।
और बुढ़ी दादी से बोला दादी हमारे पास इन चबालो ने अलावा कुछ नही हे अगर आप इन को ले सकती हे तो ले जाय और फिर दादी ने उन चबलो को ले लिया और मोहन को अपना झोला दे दिया और मोहन से कहा इस में हमारे काम की कोई चीज नहीं है।
और आज से ये झोली तुम्हारे लिए हे इस को तुम रख लो और जब हम यहां से चले जाय तब तुम इस को अपने बीबी को दे देना बो इस को खोल के देख सकती है। और फिर क्या जैसे ही दादी बहा से गई और फिर मोहन ने बो झाला अपनी बीबी मनीषा को दिया और जब मनीष ने उस झोले को खोल तो पाया ।
मनीष को मिला धन से भरा हुआ झोला।
के उस झोले में बहुत सारा धन हे और बो धन जो कभी न खत्म हो और उसे पाकर मोहन और मनीषा दोनो बहुत खुश हो गई और फिर मोहन सबसे पहले खाना लेके गया और उन मछलियों को खाना खिलाता और फिर अपने बीबी और खुद खाना खाया ।
और दोनो ने भगवान के सामने हाथ जोड़े और कहा भगवान आप सब को सुनते हे आप ने हमारी सुन ली कास हम आप को पहचान पाते और दोनो अपने जीवन में बहत खुश रहे और अब मोहन हर भूखे इंसान और जानवर को बहुत ही प्यार से खाना खिलाने लगा ।
और हमेशा ही धर्म की रहो में चलने लगा और अपने बीबी के साथ के अच्छी जिंदगी जीने लगा दोनो कैसी लगी आप सब को ये कहानी अगर कहानी पसंद आए तो कॉमेंट जरूर करे।